Archive for April, 2022

*दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा 1 मई से जनहित में एक और कार्य हो रहा है शुरु, जाने क्या*

April 30, 2022

दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा ज़ारी जनहित में नया आदेश। 1 मई 2022 से वाहनों की एचपी एडिशन या एचपी डिलीट कराने के लिए बैंकों और फाइनेशियर कंपनियों को अपने सभी पेपर ऑनलाइन परिवहन विभाग की साइट पर अपलोड करने होंगे और सिर्फ ऑनलाइन एचपी डिलीट और एचपी एडिशन जो आनलाइन बैंको और फाइनेंस करने वाली कंपनियों द्वारा परिवहन विभाग की साइट पर अपलोड होगी उन्ही वाहनों की एचपी डिलीट या एचपी एडिशन होंगी।

परिवहन विभाग के निर्देश तो जनहित में हैं पर इससे वाहन मालिकों का कितना हित और बैंको और फाइनेंस कंपनियों का कितना हित होगा एक मई से जनता के समक्ष आना शुरु हो जाएगा।

ट्रांसपोर्ट आपरेटर्स एंड लेबर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय बाटला ने इस आदेश की तारीफ़ के पुल बांधते हुए परिवहन विभाग के आला अधिकारियों को फाइनेंस कंपनियों ओर बैंकों का हिमायती बताया। उन्होंने कहा की हाथ कंगन को आरसी क्या पड़े लिखे को फारसी क्या दिल्ली के वाहन मालिकों को जल्द इस जनहित के आदेश का फायदा दिखना शुरू हो जाएगा।

जनहित में जारी

रिटायरमेंट के दिन, साथी का पैगाम अपने रिटायर हो रहे साथी के नाम

April 30, 2022

रिटायर होने वाले साथियों को समर्पित।

जीवन का मतलब है चलते जाना,
चांद का काम है शीतलता पहुंचाना,
फूल का काम है खुशबू फैलाना,
जीवन की दूसरी पारी को आप बखूबी निभाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


हमारे दिल में आपके लिए है बहुत सम्मान,
आप जैसे लोग ही बढ़ा रहे हैं देश और समाज की शान,
दुआ है हमारी आपकी हमेशा रक्षा करें भगवान,
आगे जीवन में आप खुशहाली ही लाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


आप ने अपने जीवन को अग्नि में है तपाया,
आपने अपने कर्मों से ऊंचा नाम है कमाया,
आपको देख हमने कुछ करने का मन है बनाया,
आगे भी आप हमें सत्य का मार्ग दिखलाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


सुख और दुख का तो है चोली दामन का नाता,
जो जैसा बोता है वैसा ही है पाता,
अच्छे कर्मों का फल अच्छा ही है आता,
आगे भी आप प्रगति के शिखर पर बढ़ते जाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


जीवन में चलता है खोना और पाना
ए दोस्त आपको हमने अपना है माना,
आप यहां से मीठी यादें लेकर ही जाना,
हमारे मन में आप हमेशा अपने को ही पाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


आपका हर दिन बीते जैसे हो त्यौहार,
आपके जीवन में हमेशा रहे खुशियों की बहार,
आपको मिले सबका सम्मान और प्यार,
आप अपने प्यार का अमृत हमको भी पिलाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


आपका मन बिलकुल साफ और है सच्चा,
आपके अंदर आज भी बसता है एक छोटा सा बच्चा,
भगवान आपका स्वास्थ रखे हमेशा अच्छा,
अपने आदर्शों की महक आप चारों तरफ फैलाओगे,
लेकिन आप याद बहुत आओगे।


आपके अंदर भरा पड़ा है त्याग और समर्पण,
आपका जीवन हो जैसे हो एक दर्पण,
आपने अपना जीवन कर दिया दूसरों को अर्पण,
उम्मीद है आप हमें कभी न भुलाओगे।
लेकिन आप याद बहुत आओगे।
लेकिन आप याद बहुत आओगे।
लेकिन आप याद बहुत आओगे।

रोटी बैंक प्रशांत विहार, 2019 से जनता की सेवा में, जाने उनके प्रबंधक की अपील।

April 29, 2022

रोटी बैंक रोहिणी/Roti Bank Rohini

प्रिय बहनों व भाईयो,
सादर प्रणाम/अभिनंदन !
रोटी बैंक रोहिणी के सदस्यों द्वारा व क्षेत्र की संस्थाओं और नागरिकों के सहयोग से वर्ष 2019 से दिल्ली के प्रशांत विहार में स्थित अग्रवाल भवन के सामने स्थित ‘भोजन वितरण केंद्र’ से जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए नियमित रूप “भोजन वितरण कार्य ” सुचारु रुप से जारी हैं।
इसके अलावा रोटी बैंक की ओर से क्षेत्र के निवासी जरूरतमंद वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था हैं, जो अकेले रहते हैं या जिनके बच्चे कहीं बाहर रहते हैं या भोजन बनाने में असमर्थ हैं।

प्रभु जी की कृपा से रोजाना सैंकड़ों ताजी रोटियों का पशु – पक्षियों के लिए भी वितरण किया जाता हैं।

रोजाना भोजन वितरण का समय

प्रात:/दोपहर: 12 बजे से प्रभु इच्छा तक
सांय/ रात : 07 बजे से प्रभु इच्छा तक
स्थान : ” भोजन वितरण केंद्र “
बी ब्लॉक प्रशांत विहार दिल्ली-85

आप भी इस नेक कार्य में अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ या अपने प्रिय बुजुर्ग के जन्मदिन या अन्य यादगार मौके पर कोई भी खाद्य सामग्री; आटा, दाल, चावल, सब्ज़ियां, सरसो का तेल, मसाले,गैस सिलेंडर इत्यादि या धनराशि भेजकर सहयोग कर सकते हैं।
अपने दिन को यादगार बनाने के लिए आप स्वयं या अपने परिवार साथ भोजन वितरण केंद्र पर आकर जरूरतमंदों को भोजन वितरण में सहयोग कर सकते हैं I

रोटी बैंक रोहिणी से जुड़ने के लिए केवल पैसे या सामान का सहयोग जरूरी नहीं हैं बल्कि आप अपने बहुमूल्य समय में से कुछ समय देकर भी संस्था के सहयोगी सदस्य बन सकते हैं।

रोटी बैंक रोहिणी का संचालन एक रजिस्टर्ड सामाजिक संस्था जन आधार मंच के द्वारा किया जाता हैं जिसका बैंक अकाउंट यूको बैंक प्रशांत विहार में हैं जिसका विवरण निम्नलिखित है।
JAN AADHAR MANCH
A/C NO. 18720110040454
UCO BANK PRASHANT VIHAR DELHI
IFS CODE : UCBA0001872

Paytm No. 9311016424

धन्यवाद,

निवेदक :
राजेश गर्ग, सूत्रधार,
महेंद्र कोचर चेतन डी.कबीर डा.एम.पी. गुप्ता
डा.राकेश शुक्ला बी.एल. शर्मा डा. आर.के. अग्रवाल शशि मित्तल रोशन लाल गोयल
रोटी बैंक रोहिणी हेल्पलाइन:9311016424

आज और कल, क्या है फर्क

April 28, 2022

*समय पुराना था*
तन ढँकने को कपड़े न थे, फिर भी लोग तन ढँकने का प्रयास करते थे।
आज कपड़ों के भंडार हैं, फिर भी तन दिखाने का प्रयास करते हैं।
समाज सभ्य जो हो गया है।

*समय पुराना था*
आवागमन के साधन कम थे फिर भी लोग परिजनों से मिला करते थे।
आज आवागमन के साधनों की भरमार है फिर भी लोग न मिलने के
बहाने बनाते हैं।
समाज सभ्य जो हो गया है।

*समय पुराना था*
घर की बेटी, पूरे गाँव की बेटी होती थी, आज की बेटी पड़ोसी से ही असुरक्षित है।
समाज सभ्य जो हो गया है।

*समय पुराना था*
लोग नगर-मोहल्ले के बुजुर्गों का हालचाल पूछते थे।
आज माँ-बाप तक को वृद्धाश्रम में डाल देते हैं।
समाज सभ्य जो हो गया है।

*समय पुराना था*
खिलौनों की कमी थी फिर भी मोहल्ले भर के बच्चे साथ खेला करते थे।
आज खिलौनों की भरमार है, पर बच्चे मोबाइल की जकड़ में बंद हैं।
समाज सभ्य जो हो गया है।

*समय पुराना था*
गली-मोहल्ले के पशुओं तक को रोटी दी जाती थी।
आज पड़ोसी के बच्चे भी भूखे सो जाते हैं।
समाज सभ्य जो हो गया है।

*समय पुराना था*
नगर-मोहल्ले मे आए अपरिचित का भी पूरा परिचय पूछ लेते थे।
आज तो पड़ोसी के घर आए अतिथि का नाम भी नहीं पूछते।
समाज सभ्य जो हो गया है।

वाह रे सभ्य समाज..!!

जनहित में जारी

संजय बाटला

सड़कों पर बड़े हादसे को देखने के बाद जागेगी क्या दिल्ली सरकार?

April 27, 2022

डीटीसी बसे आज चलती फ‍िरती मौतों का सफर बनती जा रही है जो कभी दिल्ली की लाइफ लाईन मानी जाती थीं, आखिर क्यों ? क्या इसका सही जवाब किसी के पास है या दिल्ली सरकार की तरह सिर्फ जनता की आखों मे धूल झोंकने के लिए गठित कमेटी बना कर अपने आप को चिंतित दिखाना।

डीटीसी की बसों में आग लगने, खराब होकर कही भी सड़को पर खड़ा हो जाना और बस के हिस्से मुख्य रूप से फर्श आदि टूट जाने की दुर्घटना हर दिन सुनने और देखने में सबके सामने आ रहे हैं पर सब सिर्फ जनता को या बसों के कर्मचारियों को ही नजर आ रहा है जिसको नजर आना चाहिए उनको नजर नहीं आ रहा क्योंकि हादसा हुआ तो नुकसान या जान माल का नुकसान तो सिर्फ जनता या जनता के पैसों का होगा ना की दिल्ली सरकार का।

दिल्ली सरकार का कोई बड़ा पदाधिकारी उस समय आकर आज की तरह फिर से किसी जांच कमेटी के गठन की घोषणा या कुछ छोटी मोटी मदद की घोषणा कर चलते बनेंगा लेकिन जिस के घर में जान माल का नुकसान होगा उसकी भरपाई कौन करेगा और कोन इसकी ज़िम्मेदारी अपने पर लेगा, बहुत बड़ा सवाल?

पहले इन बसों में धुआं न‍िकलने की घटनाएं सुनी जाती थी पर अब धुआं नही बल्‍क‍ि सीधे आग के गोला में तबदील होने की खबरे आने लगीं हैं. इसकी जांच के ल‍िए द‍िल्‍ली सरकार ने कमेटी भी गठ‍ित की है. लेक‍िन उसकी जांच र‍िपोर्ट के आने में अभी वक्‍त लगेगा और तब तक कही बहुत देर ना हो जाए।

दिल्ली को जब लो फ्लोर एसी और नॉन एसी बसे खरीदने की इजाजत और फंडिंग दी गई थी साथ में घोषित किया गया था की इनकी सड़कों पर चलने की मियाद अधिकतम 12 वर्ष रहेगी पर दिल्ली की आप पार्टी सरकार ने तो अपने कार्यकाल में एक भी बस जनहित में जनता को सार्वजनिक सेवा प्रदान करने के लिए डीटीसी में खरीदी ही नहीं और प्राइवेट मालिको द्वारा संचालित और खरीदी गई बसों को डीटीसी की बसों का नाम देकर विज्ञापनों और अखबारों के माध्यम से प्रसिद्धि प्राप्त करना।

जानकारी के मुताब‍िक नंद नगरी डिपो की रूट नंबर 273 की नॉन एसी बस में मंगलवार दोपहर के वक्‍त पीछे की साइड में आग लग गई . इस बस में उस समय आग लगी जब यह शांत‍ि वन से निकल कर जा रही थी. गनीमत रही क‍ि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है.

आपको बता दे इससे पहले दिल्ली के महिपालपुर , रोहिणी आदि अनेक स्थानों पर बस में आग लगने की दुर्घटनाएं सामने आ चुकी हैं यह दिल्ली की जनता के लिए सुखद और राहत की बात यह रही है की उन सभी हादसों के अंदर बस में सवार कोई भी यात्री हताहत नहीं हुआ था.

इन सभी आग की घटनाओं पर कोई कार्यवाही करने की जगह दिल्ली सरकार ने जनता के समक्ष अपने आप को जनता के प्रति चिंतित दिखाने के ल‍िए छह सदस्‍यीय कमेटी गठि‍त की घोषणा कर दी और साथ में बताया यह कमेटी बसों में लगने वाली आग के मूल कारणों की पहचान करने, मरम्मत और रखरखाव के तौर-तरीकों की समीक्षा करेगी. साथ ही बसों की जांच करने और ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय भी सुझाएगी. इन सभी पहलुओं पर एक फाइनल र‍िपोर्ट तैयार कर सरकार को 30 द‍िनों के भीतर सौंपेगी.

यहां एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा होता है यदि लगातार होने वाले इन हादसों में कभी किसी ड्राइवर, कंडक्टर, मार्शल या दिल्ली के नागरिक को जान माल का नुकसान हो गया तब कौन जिम्मेदार होगा और कोन उसके परिवार को संभालेगा।

जनहित में जारी

संजय बाटला

दिल्ली परिवहन विभाग शर्तो के साथ राजी हुआ आल इंडिया परमिट पर चलने वाले वाहनों के मालिको की मांग पर, जाने क्या थी मांग और क्या है शर्त

April 26, 2022

दिल्ली परिवहन विभाग ने ऑल इंडिया परमिट पर चालित टैक्सी की उम्र को 9 वर्ष और बसों की उम्र को 10 वर्ष मानने के लिए जताई सहमति

आज दिल्ली की ऑल इंडिया वाहन मालिकों की कई संस्थाओं के सदस्यों द्वारा विशेष आयुक्त परिवहन से मुलाकात कर अपनी बात रखी, जिस पर विशेष आयुक्त परिवहन द्वारा प्रिंसिपल रूप में कुछ शर्तो पर उनके द्वारा रखी बातो पर सहमती दी।

परिवहन मंत्री और परिवहन आयुक्त द्वारा भी इस बात के लिए सहमति जताई जा चुकी हैं। अब दिल्ली में पंजीकृत वह व्यवसायिक वाहन जो ऑल इंडिया परमिट के अंतर्गत चलते हैं उनके लिए दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा खुशखबरी जल्द ही आ सकती हैं और उनके वाहनों
टैक्सी को 9 साल और
बसों को 10 साल तक परमिट जारी होने लगेगे।

आप लोगो को इस बात से अवगत कराना भी जरुरी है की आखिर किस शर्त पर यह परमिट इतनी आयु के लिए जारी करने का परिवहन विभाग दिल्ली ने फैसला लिया।
दिल्ली परिवहन विभाग सड़क एवम् राजमार्ग मंत्रालय से इस बाबत जानकारी मांग रहा है की क्या सिर्फ टूरिस्ट परमिट जो अभी नोटिफाइड किया गया था को इस उम्र तक परमिट दिया जाए या पहले से आल इंडिया परमिट वाले वाहनों को भी।

जवाब जो भी आए वह बाद ककी बात है पर जवाब आने तक दिल्ली में इस बडी हुई उम्र के परमिट जल्द जारी होने शुरु हो जाएंगे।

जनहित में जारी

संजय बाटला

लोकप्रिय लाल किताब के रचियता स्वर्गीय जोशी जी की 125वी जयंती पर आयोजित ज्योतिषी सम्मेलन,,

April 25, 2022

लोकप्रिय लाल किताब के रचयिता स्व. जोशी जी की 125 वी जयंती पर ज्योतिष सम्मेलन

ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी अद्भुत, अलौकिक, लोकप्रिय पुस्तक लाल किताब के रचयिता पंडित रूप चंद जोशी जी के 125 वी जयंती के अवसर पर एक दिवसीय ज्योतिष सम्मेलन का आयोजन किया गया।

इसका आयोजन बहादुर शाह जफर मार्ग आईटीओ स्थित प्यारे लाल भवन ऑडिटोरियम में पूरे धूमधाम से संपन्न हुआ। ज्योतिष गुरु कुंवर जी के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 600 ज्योतिषी, पुस्तक प्रेमी एवं छात्रों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों को मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत करने वाले डॉक्टर जगविंदर सिंह ने बताया कि लाल किताब के प्रति लोगों की अद्भुत कौतूहलता देखने को मिली । श्री सिंह ने बताया कि दिल्लीवासी वेणी माधव गोस्वामी ने पंडित रूपचंद जोशी जी की कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर गहराई से प्रकाश डाला । उपस्थित जनसमूह ने उनके दुर्लभ एवं ज्ञानवर्धक जानकारियों को बड़ी गंभीरता से सुनी । लाल किताब पंडित रूपचंद जोशी जी की एक अमर कीर्ति है, जिसकी लोकप्रियता एवं विश्वसनीयता दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। ज्योतिष विज्ञान का एक अद्भुत चमत्कार अगर इस किताब को माने तो भी इसमें अतिशयोक्ति नहीं होगी।

गुरु कुंवर जी ने इस अवसर पर घोषणा की कि इन लाल किताब से संबंधित 2 घंटे का निशुल्क डेमो क्लास सभी को दिया जाएगा। उनकी इस घोषणा की उपस्थित जनसमूह ने ताली बजाकर स्वागत किया। इससे ज्योतिष विज्ञान के बारे में जानने एवं समझने की जिज्ञासा रखने वाले लोगों को जानकारी प्राप्त करने में काफी सहूलियत मिलेगी।

April 25, 2022

दिल्ली परिवहन विभाग का ई रिक्शा मालिको से इतना प्यार क्यों?

April 24, 2022

माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिल्ली की जनता की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली सरकार, परिवहन विभाग को निर्देश जारी किए थे जिसमे कहा गया था दिल्ली में बिना पंजीकृत रिक्शे सड़को पर चलते नजर नहीं आने चाहिए और इसके पीछे सिर्फ एक ही कारण था:- पंजीकृत वाहनों का इंश्योरेन्स हो सकता है और उससे ई रिक्शे में सफर करने वाले को अगर कोई नुकसान/चोट आ जाएं तो उसको क्लेम मिलने में परेशानी नहीं हो ।

दूसरी बार माननीय उच्च न्यायालय ने निर्देश जारी कर दिल्ली की मुख्य सड़कों पर ई रिक्शे का चालन बंद कर दिया और उसका भी मुख्य कारण दिल्ली की जनता की सुरक्षा थी।

दिल्ली परिवहन विभाग का ई रिक्शे के मालिको से इतना प्रेम है जिसके आगे ना तो दिल्ली की जनता की सुरक्षा अहमियत रखती हैं और ना माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों दिशा निर्देशों की अवेहलना।

परिवहन विभाग के आला अधिकारियों के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया, माननीय उच्च न्यायालय, माननीय कैट, सड़क एवम् राजमार्ग मंत्रालय और अन्य भारत और दिल्ली के सरकारी विभागों के द्वारा जारी आदेश/ दिशा निर्देश की कोई अहमियत नहीं है और ना किसी का डर।

अपने द्वारा जारी आदेश / दिशा निर्देश ही परिवहन विभाग के आला अधिकारियों की दृष्टि में न्याय और कानून है और इसी कारण से अपने सबसे प्रिय वाहन श्रेणी ई रिक्शे को अपनी इच्छा द्वारा बिना किसी रुकावट, बिना उम्र, बिना लाइसेंस, बिना माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा ज़ारी आदेशों / दिशा निर्देशों को माने चलवाने में मददगार बन कर दृढ़ता से खड़ा हैं दिल्ली परिवहन विभाग।

जनहित में जारी

संजय बाटला

*दिल्ली सरकार के वोट बैंक को बनाये रखने में सहायक परिवहन विभाग, जाने कैसे?*

April 23, 2022

दिल्ली सरकार के वोट बैंक को बनाये रखने में सहायक परिवहन विभाग

परिवहन विभाग का दायित्व है दिल्ली में एमवी एक्ट और एमवी रूल के साथ पालिसी के अनुसार कार्यों की रूपरेखा तैयार कर सभी के लिए एक समान प्रयोग में लाना । दिल्ली परिवहन विभाग की कार्य शैली इससे बहुत विपरीत नजर आती हैं और इस बात पर सवाल उठाने वालों से दूरी बनाना आला अधिकारियों का तरीका।

दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा ज़ारी कार्यों के प्रति दिशा निर्देश इस बात को सबके सामने उजागर करने में सक्षम हैं।फिर भी ना कभी दिल्ली के उपराज्यपाल,मुख्य सचिव, क्राइम ब्रांच, एंटी करप्शन और अन्य किसी ब्यूरो ने जांच करने की कोशिश करी, आखिर क्यों?

  1. दिल्ली परिवहन विभाग के मुख्यालय में अपने आप आग का लग जाना और जांच का सिर्फ दिखावा होना,
  2. फेस फ्री कार्यशैली को लागू करने के नाम पर तीन जनहित में कार्यरत कार्यालयों को बंद करवा देना,
  3. तकनीकी पदो पर गैर तकनीकी अधिकारियो को नियुक्त करना वह भी माननीय उच्चतम न्यायालय और कैट के आदेशों, दिशा निर्देशों की अवेहलना करके,
  4. फेस फ्री आनलाइन आवेदन के नाम पर फीस जमा करने के सभी काउंटर बंद करवा कर बाहरी कंपनी को फायदा पहुंचाना
  5. दिल्ली के सभी कार्यालयों में फीस जमा करने के कार्यालय बंद रखना और ऑटो ब्रांच में वापिस शुरु करवा देना,
  6. वाहन के रिप्लेसमेंट के लिए बने तरीके की जगह ऑटो को अलग ही ढंग से रिप्लेसमेंट का तरीका प्रयोग में करवाना,
  7. सभी वाहनों के लिए परमिट कैटेगरी या वाहन क्षमता के अनुसार उसका दिल्ली की सड़कों पर चलने की उम्र घोषित रखना पर ई रिक्शा की उम्र को घोषित ना करना,
  8. ऑटो टैक्सी को फिटनेस फीस, जीपीएस आदि से मुक्त करना और अन्य वाहन श्रेणी के लिए लिखित में बताना की यह फीस भारत सरकार द्वारा घोषित है और इसे हटाना या माफ करना भारत सरकार के हाथ में है और उन सभी से जुर्माने सहित वसूलने की प्रक्रिया अपनाना,
  9. ई रिक्शा के मालिक को लाइसेंस ना होने पर भी सब्सिडी और अन्य फायदे देना,
  10. सभी श्रेणी के वाहनों की फिटनेस के समय ड्राईवर जैंडर सेंसटाइजेशन अनिवार्य पर ई रिक्शे के लिए लागू नहीं करना,
  11. सभी श्रेणी के वाहनों की कानून के प्रति जांच पर ई रिक्शे जो माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का खुले आम अवेहलना कर रहे है की तरफ़ खुली आंखों से अनदेखी करना।
  12. स्टेज़ कैरेज परमिट पर चलने वाली सभी कैटेगरी की बसों की जगह सिर्फ डीटीसी और क्लस्टर बसों में महिला फ्री के आदेश पारित करना,

यह तो कुछ बाते आपके सामने प्रस्तुत की है ऐसी अभी अनगिनत बाते और सबूत उपल्ब्ध है जो यह सिद्ध और सुनिश्चित करते हैं कि परिवहन विभाग एमवी एक्ट/रूल और पॉलिसी के अनुसार नही दिल्ली सरकार के वोट बैंक को बनाने और बनाए रखने के साथ राजस्व में इज़ाफ़ा कराने के लिए कार्य कर रहा है।

जनहित में जारी,
संजय बाटला