दिल्ली सरकार ने जनता को सस्ते दर पर सवारी वाहन स्टेज कैरेज सेवा देने के लिए 2009 से आज तक किराया नहीं बढ़ाया जिससे जनता स्टेज कैरेज सेवा का अधिक से अधिक प्रयोग करें।
2009 से अब तक तीन बार ऑटो और टैक्सी का किराया बड़ा दिया जो कॉन्ट्रैक्ट कैरीज सवारी सेवा प्रदान करते है।
2009 से स्टेज कैरीज सवारी सेवा का किराया ना बड़ने से दिल्ली में प्राईवेट आपरेटर्स द्वारा चलाए जाने वाली मिनी बस आरटीवी को जो नुकसान पहुंचा उसकी तरफ कभी ध्यान नहीं दिया और दिल्ली की जनता को सेवा देने वाले मिनी बस आरटीवी मालिकों को बर्बादी की तरफ धकेलते आ रहें हैं।
आप की जानकारी हेतु बता दें दिल्ली में मात्र तीन तरह की स्टेज कैरेज सवारी वाहन सेवा चलती है
1 . डीटीसी बसे
2 . कलस्टर बसे और
3 . मिनी बस आरटीवी
डीटीसी बसों का पूरा घाटा दिल्ली सरकार उठाती है जिसका हिसाब लगाया जाए तो 2009 से अब तक दिल्ली सरकार ने ना जाने कितने सैकडो प्रतिशत का किराए में बढ़ोतरी डीटीसी को मिली नजर आ जाएगी।
क्लस्टर बसों को दिल्ली सरकार ने टैंडर प्रक्रिया से किलोमीटर के आधार से शूरू करवाया था और क्लस्टर बसों का टेंडर के अनुसार जो रेट तह किए गए थे आज क्लस्टर कम्पनियों को अंदाजन 68 प्रतिशत बड़ा कर पर किलोमीटर की पैमेंट की जा रही हैं।
अब बारी आती हैं मिनी बस आरटीवी की उन्हे आज भी उसी किराए पर चलवाया जा रहा है और आज तक कोई मदद या सहयोग प्रदान नही किया ।
आपकी जानकारी हेतु बता दें जिस क्लस्टर का टैंडर रेट और आज का देय रेट पर किलो मीटर रुपए
टैंडर रेट। वर्तमान देय रेट
- 29.52 50.10
36.24 60.29
35.15 58.50
34.31 57.06
40.12 60.55
38.08 58.07
35.37 57.25
38.77 62.90
जो अंदाजन 67 प्रतिशत की बडोतरी के साथ दिया जा रहा है। इसके अलावा अभी नए क्लस्टर जो 2 साल से 2 महीने पहले शूरू हुए हैं उनको भी
53.40 58.20
48.89 52.92
54.54 59.44
55.31 60.30
82.57 85.20
83.31 85.75
नए रेट और उसमे दिल्ली सरकार द्वारा बड़ा कर देने वाली दर यह साफ सिद्ध कर रहा है की दिल्ली परिवहन विभाग और दिल्ली सरकार ने मिनी बस आरटीवी वालों को किस प्रकार से बर्बादी की तरफ ढकेलती रही हैं और कोई मदद, सहयोग ना देकर स्वयं वाहनो को खड़ा करवाकर तथा वाहन की सवारी को आधे से भी कम पर चलाने की इजाजत देकर भी टेक्सटेशन एक्ट के खिलाफ पूरी सवारी के अनुसार टैक्स और उतने के हिसाब से ही टैक्स ना भरने का जुर्माना वसूल रही है।
दिल्ली सरकार और परिवहन विभाग स्वयं क्लस्टर को बढ़ा कर रेट देकर सिद्ध करती हैं अपनी इच्छा ।
जनहित में जारी
संजय बाटला